Happy Mothers Day Mumma
     जब मै कॉलेज के लिए आया था   घर की यादे साजो के साथ लाया था   पर फिर भी तेरी याद बहोत आती है माँ   और फिर दिल में बेचैनी सी हो जाती है माँ   एक ही तो सहारा है फ़ोन का   कभी कभी तो वीडियो कॉल पे भी बाते हो जाती है   फिर वो पुरानी यादे तजा हो जाती है   वो छोटे भाई से नोक झोक   और फिर कोई मस्त सी ट्रिप प्लान करना   वैसे स्मार्टनेस और फैशन में उसका कोई जवाब नहीं   और घूमने में इनका कोई कॉम्पिटशन नहीं   ये सारी खुबिया उसे यूनिक बनती है   ये सब कुछ बहोत याद आता है   घर की बात ही कुछ ऐसी है की   बिना अलार्म के ही सुबह सुबह नींद खुल जाती है   लंच डिनर या हो ब्रेकफास्ट माँ हमेसा मनपस्द ही बनती है   मेरे घर पहोचते है फार्मिश की लम्बी लिस्ट रेडी हो जाती है   डोसा, छोले भठूरे है और भी बहोत कुछ   लास्ट में बाटी चोखे की भी बरी आती है   इन्ही सब में मेरा छोटा नटखट भाई श्याम गुस्सा हो जाता है   उसे बाटी चोखा और डोसा नहीं है पसंद ऐसी लिए थोड़ा नाराज हो जाता है   फिर वही मम्मी से मेरी कम्प्लेन हो जाती है   जब से भैया घर आए है उन्ही के मन का डिनर बनता है   जैसे मै घर पे हू ही नहीं   और फिर इमोशनल ड...

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